Poultry Farming : गेल्या काही वर्षात शेतकरी पशुपालनासह पोल्ट्रीफार्म वळू लागले आहेत. मात्र अनेक शेतकऱ्यांना योग्य व्यवस्थापनाअभावी तोटा सहन करावा लागतो. म्हणूनच कुक्कुटपालन फायदेशीर होण्यासाठी काही महत्वाच्या बाबी लक्षात ठेवणे आवश्यक असते.
आता वयोगटानुसार कुक्कुटपालनात तीन प्रकारचे व्यवस्थापन आवश्यक असते. यामध्ये संतुलित खाद्य, रोगप्रतिबंधक उपाय व शास्त्रोक्त पद्धतीने व्यवस्थापन या तीन सुत्रांमुळे कुक्कुटपालन व्यवसायाची वाढ झालेली आहे.
सूत्र १ - संतुलित खाद्य
वयोगटानुसार कोंबड्यांना द्यावयाचे खाद्य
| खाद्याचा प्रकार | वय आठवडे | प्रथिने | स्निग्ध | तंतुमय | कॅल्शियम | फॉस्फरस (%) |
|---|---|---|---|---|---|---|
| चिक मॅश | १ ते ८ दिवस | २२ | ३.४ | ३.३ | १.२ | ०.६ ते ०.७ |
| ग्रोअर मॅश | ९ ते १६ | १६ | ३.४ | ५.० | १.२ | ०.६ ते ०.७ |
| प्रीलेअर मॅश | १७ ते १९ | १५ | ३.४ | ३.३ | १.२ | ०.६ ते ०.७ |
| फेज-१ | १९ ते ३५ | १६ | ३.४ | ४.५ | २.५ | ०.६ ते ०.७ |
| फेज-२ | ३५ ते ५५ | १८ | ३.४ | ४.७ | २.७ | ०.६ ते ०.७ |
| फेज-३ | ५५ ते ८० | १८ | ३.४ | ४.५ | २.७ | ०.६ ते ०.७ |
